अंक के प्रश्न उत्तर
प्रश्न 1. मुख्य उद्योग कौन कौन से हैं?
उत्तर: मुख्य उद्योग हैं लोहा और इस्पात उद्योग, सूती वस्त्र उद्योग, और सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग।
प्रश्न 2. लोहा और इस्पात उद्योग को आधुनिक उद्योगों की रीढ़ क्यों कहा जाता है?
उत्तर: क्योंकि लगभग सभी आधुनिक उद्योग लोहा और इस्पात पर निर्भर हैं।
प्रश्न 3. कृषि आधारित उद्योग क्या हैं?
उत्तर: कृषि आधारित उद्योग वे हैं जो कच्चे माल के रूप में पौधों और जानवरों से प्राप्त उत्पादों का उपयोग करते हैं, जैसे खाद्य संसाधन, वनस्पति तेल, सूती वस्त्र, डेयरी उत्पाद, और मोम उद्योग।
प्रश्न 4. खनिज आधारित उद्योग क्या हैं?
उत्तर: खनिज आधारित उद्योग वे हैं जो खनिज अयस्कों को कच्चे माल के रूप में उपयोग करते हैं, जैसे लोहा और इस्पात उद्योग।
प्रश्न 5. समुद्री आधारित उद्योग क्या हैं?
उत्तर: समुद्री आधारित उद्योग वे हैं जो समुद्र और महासागरों से प्राप्त उत्पादों का उपयोग करते हैं, जैसे समुद्री खाद्य प्रसंस्करण उद्योग और मछली तेल निर्माण।
प्रश्न 6. वन आधारित उद्योग क्या हैं?
उत्तर: वन आधारित उद्योग वे हैं जो वनों से प्राप्त उत्पादों का उपयोग करते हैं, जैसे लकड़ी और कागज, औषधीय रसायन, फर्नीचर, और निर्माण सामग्री।
प्रश्न 7. लघु उद्योग क्या हैं?
उत्तर: लघु उद्योग वे हैं जिनमें निवेश की गई पूंजी की मात्रा कम होती है, श्रमिकों की संख्या कम होती है, और उत्पादन की मात्रा भी कम होती है।
प्रश्न 8. बड़े पैमाने के उद्योग क्या हैं?
उत्तर: बड़े पैमाने के उद्योग वे हैं जो बड़ी मात्रा में वस्तुओं का उत्पादन करते हैं, इनमें पूंजी का निवेश अधिक होता है और उच्च तकनीक का उपयोग किया जाता है।
प्रश्न 9. निजी क्षेत्र के उद्योग क्या हैं?
उत्तर: निजी क्षेत्र के उद्योग वे हैं जिनका स्वामित्व और प्रबंधन किसी व्यक्ति या व्यक्तियों के समूह द्वारा किया जाता है।
प्रश्न 10. सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योग क्या हैं?
उत्तर: सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योग वे हैं जिनका स्वामित्व और प्रबंधन सरकार द्वारा किया जाता है।
प्रश्न 1. मुख्य उद्योग कौन कौन से हैं?
उत्तर: मुख्य उद्योग हैं लोहा और इस्पात उद्योग, सूती वस्त्र उद्योग, और सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग।
प्रश्न 2. लोहा और इस्पात उद्योग को आधुनिक उद्योगों की रीढ़ क्यों कहा जाता है?
उत्तर: क्योंकि लगभग सभी आधुनिक उद्योग लोहा और इस्पात पर निर्भर हैं।
प्रश्न 3. कृषि आधारित उद्योग क्या हैं?
उत्तर: कृषि आधारित उद्योग वे हैं जो कच्चे माल के रूप में पौधों और जानवरों से प्राप्त उत्पादों का उपयोग करते हैं, जैसे खाद्य संसाधन, वनस्पति तेल, सूती वस्त्र, डेयरी उत्पाद, और मोम उद्योग।
प्रश्न 4. खनिज आधारित उद्योग क्या हैं?
उत्तर: खनिज आधारित उद्योग वे हैं जो खनिज अयस्कों को कच्चे माल के रूप में उपयोग करते हैं, जैसे लोहा और इस्पात उद्योग।
प्रश्न 5. समुद्री आधारित उद्योग क्या हैं?
उत्तर: समुद्री आधारित उद्योग वे हैं जो समुद्र और महासागरों से प्राप्त उत्पादों का उपयोग करते हैं, जैसे समुद्री खाद्य प्रसंस्करण उद्योग और मछली तेल निर्माण।
प्रश्न 6. वन आधारित उद्योग क्या हैं?
उत्तर: वन आधारित उद्योग वे हैं जो वनों से प्राप्त उत्पादों का उपयोग करते हैं, जैसे लकड़ी और कागज, औषधीय रसायन, फर्नीचर, और निर्माण सामग्री।
प्रश्न 7. लघु उद्योग क्या हैं?
उत्तर: लघु उद्योग वे हैं जिनमें निवेश की गई पूंजी की मात्रा कम होती है, श्रमिकों की संख्या कम होती है, और उत्पादन की मात्रा भी कम होती है।
प्रश्न 8. बड़े पैमाने के उद्योग क्या हैं?
उत्तर: बड़े पैमाने के उद्योग वे हैं जो बड़ी मात्रा में वस्तुओं का उत्पादन करते हैं, इनमें पूंजी का निवेश अधिक होता है और उच्च तकनीक का उपयोग किया जाता है।
प्रश्न 9. निजी क्षेत्र के उद्योग क्या हैं?
उत्तर: निजी क्षेत्र के उद्योग वे हैं जिनका स्वामित्व और प्रबंधन किसी व्यक्ति या व्यक्तियों के समूह द्वारा किया जाता है।
प्रश्न 10. सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योग क्या हैं?
उत्तर: सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योग वे हैं जिनका स्वामित्व और प्रबंधन सरकार द्वारा किया जाता है।
2 अंक के प्रश्न उत्तर
प्रश्न 5. उद्योगों की स्थापना को प्रभावित करने वाले कारक कौन कौन से हैं?
उत्तर: उद्योगों की स्थापना को प्रभावित करने वाले कारक हैं:
प्रश्न 1. उद्योगों का वर्गीकरण किन आधारों पर किया जाता है?
उत्तर: उद्योगों का वर्गीकरण निम्नलिखित आधारों पर किया जाता है:
उत्तर: कृषि आधारित उद्योग: ये उद्योग कच्चे माल के रूप में पौधों और जानवरों से प्राप्त उत्पादों का उपयोग करते हैं, जैसे खाद्य संसाधन, वनस्पति तेल, सूती वस्त्र, डेयरी उत्पाद, और मोम उद्योग।
खनिज आधारित उद्योग: ये उद्योग खनिज अयस्कों को कच्चे माल के रूप में उपयोग करते हैं, जैसे लोहा और इस्पात उद्योग।
प्रश्न 3. लघु और बड़े पैमाने के उद्योगों में अंतर बताइए।
उत्तर: लघु उद्योग: इनमें निवेश की गई पूंजी की मात्रा कम होती है, श्रमिकों की संख्या कम होती है, और उत्पादन की मात्रा भी कम होती है। उदाहरण: कुटीर उद्योग।
बड़े पैमाने के उद्योग: इनमें पूंजी का निवेश अधिक होता है, श्रमिकों की संख्या अधिक होती है, और उत्पादन की मात्रा भी अधिक होती है। उदाहरण: ऑटोमोबाइल और भारी मशीनों का उत्पादन।
प्रश्न 4. निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योगों में अंतर बताइए।
उत्तर: निजी क्षेत्र के उद्योग: इनका स्वामित्व और प्रबंधन किसी व्यक्ति या व्यक्तियों के समूह द्वारा किया जाता है।
सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योग: इनका स्वामित्व और प्रबंधन सरकार द्वारा किया जाता है।
उत्तर: उद्योगों का वर्गीकरण निम्नलिखित आधारों पर किया जाता है:
- कच्चे माल के आधार पर
- आकार के आधार पर
- स्वामित्व के आधार पर
उत्तर: कृषि आधारित उद्योग: ये उद्योग कच्चे माल के रूप में पौधों और जानवरों से प्राप्त उत्पादों का उपयोग करते हैं, जैसे खाद्य संसाधन, वनस्पति तेल, सूती वस्त्र, डेयरी उत्पाद, और मोम उद्योग।
खनिज आधारित उद्योग: ये उद्योग खनिज अयस्कों को कच्चे माल के रूप में उपयोग करते हैं, जैसे लोहा और इस्पात उद्योग।
प्रश्न 3. लघु और बड़े पैमाने के उद्योगों में अंतर बताइए।
उत्तर: लघु उद्योग: इनमें निवेश की गई पूंजी की मात्रा कम होती है, श्रमिकों की संख्या कम होती है, और उत्पादन की मात्रा भी कम होती है। उदाहरण: कुटीर उद्योग।
बड़े पैमाने के उद्योग: इनमें पूंजी का निवेश अधिक होता है, श्रमिकों की संख्या अधिक होती है, और उत्पादन की मात्रा भी अधिक होती है। उदाहरण: ऑटोमोबाइल और भारी मशीनों का उत्पादन।
प्रश्न 4. निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योगों में अंतर बताइए।
उत्तर: निजी क्षेत्र के उद्योग: इनका स्वामित्व और प्रबंधन किसी व्यक्ति या व्यक्तियों के समूह द्वारा किया जाता है।
सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योग: इनका स्वामित्व और प्रबंधन सरकार द्वारा किया जाता है।
प्रश्न 5. उद्योगों की स्थापना को प्रभावित करने वाले कारक कौन कौन से हैं?
उत्तर: उद्योगों की स्थापना को प्रभावित करने वाले कारक हैं:
- कच्चे माल की उपलब्धता
- भूमि
- पानी
- श्रम
- बिजली
- पूंजी
- परिवहन
- बाजार
3 अंक के प्रश्न उत्तर
प्रश्न 1. लोहा और इस्पात उद्योग के लिए आवश्यक कच्चे माल कौन कौन से हैं?
उत्तर: लोहा और इस्पात उद्योग के लिए आवश्यक कच्चे माल हैं:
उत्तर: भारत में लोहा और इस्पात उद्योग के प्रमुख केंद्र हैं:
उत्तर: उद्योगों की स्थापना के लिए आवश्यक भौगोलिक परिस्थितियाँ हैं:
उत्तर: उद्योगों के पर्यावरण पर प्रभाव हैं:
उत्तर: उद्योगों में सुरक्षा उपाय आवश्यक हैं क्योंकि:
उत्तर: लोहा और इस्पात उद्योग के लिए आवश्यक कच्चे माल हैं:
- लौह अयस्क
- कोयला
- चूना पत्थर
- मैंगनीज
उत्तर: भारत में लोहा और इस्पात उद्योग के प्रमुख केंद्र हैं:
- जमशेदपुर (झारखंड)
- दुर्गापुर (पश्चिम बंगाल)
- भिलाई (छत्तीसगढ़)
- बोकारो (झारखंड)
- विजयनगर (कर्नाटक)
उत्तर: उद्योगों की स्थापना के लिए आवश्यक भौगोलिक परिस्थितियाँ हैं:
- कच्चे माल की निकटता
- परिवहन की सुविधा
- श्रम की उपलब्धता
- बाजार की निकटता
- पानी और बिजली की आपूर्ति
उत्तर: उद्योगों के पर्यावरण पर प्रभाव हैं:
- वायु प्रदूषण
- जल प्रदूषण
- भूमि प्रदूषण
- ध्वनि प्रदूषण
- प्राकृतिक संसाधनों का अत्यधिक दोहन
उत्तर: उद्योगों में सुरक्षा उपाय आवश्यक हैं क्योंकि:
- दुर्घटनाओं को रोकने के लिए
- श्रमिकों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए
- पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने के लिए
- उत्पादन की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए
5 अंक के प्रश्न उत्तर
प्रश्न 1. लोहा और इस्पात उद्योग के उत्पादन प्रक्रिया का वर्णन कीजिए।
उत्तर: लोहा और इस्पात उद्योग में उत्पादन प्रक्रिया निम्नलिखित चरणों में होती है:
उत्तर: भारत में उद्योगों के विकास में लोहा और इस्पात उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका है:
उत्तर: उद्योगों के स्थानीयकरण को प्रभावित करने वाले कारक हैं:
उत्तर: उद्योगों के पर्यावरणीय प्रभावों को कम करने के उपाय हैं:
उत्तर: भारत में उद्योगों के विकास में सरकार की भूमिका निम्नलिखित है:
प्रश्न 1. लोहा और इस्पात उद्योग के उत्पादन प्रक्रिया का वर्णन कीजिए।
उत्तर: लोहा और इस्पात उद्योग में उत्पादन प्रक्रिया निम्नलिखित चरणों में होती है:
- लौह अयस्क का निष्कर्षण: लौह अयस्क को खदानों से निकाला जाता है।
- भट्टी में पिघलाना: लौह अयस्क को कोक और चूना पत्थर के साथ भट्टी में डालकर पिघलाया जाता है।
- अशुद्धियों को हटाना: पिघले हुए लोहे से अशुद्धियों को हटाया जाता है।
- इस्पात निर्माण: शुद्ध लोहे को कार्बन और अन्य तत्वों के साथ मिलाकर इस्पात बनाया जाता है।
- ठंडा करना और आकार देना: इस्पात को ठंडा करके विभिन्न आकारों में ढाला जाता है।
उत्तर: भारत में उद्योगों के विकास में लोहा और इस्पात उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका है:
- आधारभूत संरचना: लोहा और इस्पात उद्योग ने देश की आधारभूत संरचना के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जैसे पुल, सड़क, रेलवे, और भवन निर्माण।
- अन्य उद्योगों को समर्थन: यह उद्योग अन्य उद्योगों को कच्चा माल और मशीनरी उपलब्ध कराता है, जैसे ऑटोमोबाइल, निर्माण, और इंजीनियरिंग उद्योग।
- रोजगार के अवसर: इस उद्योग ने लाखों लोगों को रोजगार प्रदान किया है।
- आर्थिक विकास: लोहा और इस्पात उद्योग ने देश के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
उत्तर: उद्योगों के स्थानीयकरण को प्रभावित करने वाले कारक हैं:
- कच्चे माल की उपलब्धता: उद्योग उन क्षेत्रों में स्थापित किए जाते हैं जहाँ कच्चा माल आसानी से उपलब्ध हो।
- श्रम की उपलब्धता: सस्ते और कुशल श्रम की उपलब्धता उद्योगों के स्थानीयकरण को प्रभावित करती है।
- परिवहन की सुविधा: उद्योग उन क्षेत्रों में स्थापित किए जाते हैं जहाँ परिवहन की सुविधा उपलब्ध हो।
- बाजार की निकटता: उद्योग उन क्षेत्रों में स्थापित किए जाते हैं जहाँ बाजार निकट हो।
- पानी और बिजली की आपूर्ति: उद्योगों के लिए पानी और बिजली की आपूर्ति आवश्यक है।
उत्तर: उद्योगों के पर्यावरणीय प्रभावों को कम करने के उपाय हैं:
- प्रदूषण नियंत्रण: उद्योगों में प्रदूषण नियंत्रण के लिए उन्नत तकनीक का उपयोग करना चाहिए।
- अपशिष्ट प्रबंधन: उद्योगों में उत्पन्न होने वाले अपशिष्ट का उचित प्रबंधन करना चाहिए।
- ऊर्जा दक्षता: ऊर्जा की बचत करने वाली तकनीक का उपयोग करना चाहिए।
- हरित प्रौद्योगिकी: पर्यावरण के अनुकूल तकनीक का उपयोग करना चाहिए।
- जागरूकता: उद्योगों और समुदायों के बीच पर्यावरणीय जागरूकता बढ़ानी चाहिए।
उत्तर: भारत में उद्योगों के विकास में सरकार की भूमिका निम्नलिखित है:
- नीतियाँ और योजनाएँ: सरकार ने उद्योगों के विकास के लिए विभिन्न नीतियाँ और योजनाएँ बनाई हैं, जैसे औद्योगिक नीति और मेक इन इंडिया।
- वित्तीय सहायता: सरकार उद्योगों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है, जैसे ऋण और सब्सिडी।
- बुनियादी ढाँचा: सरकार ने उद्योगों के लिए बुनियादी ढाँचे का विकास किया है, जैसे सड़क, रेलवे, और बंदरगाह।
- तकनीकी सहायता: सरकार उद्योगों को तकनीकी सहायता प्रदान करती है, जैसे अनुसंधान और विकास।
- श्रम कानून: सरकार ने श्रमिकों के हितों की रक्षा के लिए श्रम कानून बन
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